हर एक व्यक्ति का सपना होता है की उसके पास बोहोत सारे पैसे हो और गाड़ी बंगला सब कुछ हो लेकिन ऐसा सबके लिए मुमकिन नहीं होता दुनिया मै गरीब और श्रीमंत ऐसे 2 वर्ग क्यों है क्या कभी सोचा है नियम तो दूर की हम कभी ऐसा भी नहीं सोचते यही फरक होता है हमारे और अमीर लोगो की सोच मै किसी ने कहा भी है सोच बदलो बाकि सब अपने आप बदल जायेगा इस पोस्ट मै आपको एक ऐसा फार्मूला बताने वाला हु जिससे आपकी रिटायरमेंट तक की लाइफ तक आपको पैसे की चिंता नहीं सताएगी बस इस स्टेप को किसी भी कीमत के अपनाना उसके बाद देखना सब कुछ अपने आप हो जायगा चलिए शुरू करते है
जैसे की आप जानते है की महंगाई हर साल इतनी बढ़ रही है की एक हमारी सैलरी चाहे कितनी भी क्यों ना हो काम पडती है मेरे फ्रेंड्स मुझे हर साल यही सुनते है जब मै उनको कहता हु की भाई पार्टी इन्क्रीमेंट हो गया तुम्हारा तो रीप्ले आता है उसके साथ खर्चा भी बढ़ गया है ऐसे मे हमारा खर्चा बढ़ गया ये बाते तो सही है लेकिन हम कही ना कही तो प्लानिंग मै गलती कर रहे है ये बाते भी साबित होती है अगर आपकी सैलरी कम और खर्चा ज्यादा होता है इसलिये ये सिंपल से रूल से सारे प्रॉब्लम छूट जायेंगे
मै आपको एक स्टोरी बतात हु जिससे आपको फार्मूला समझ मै आ जायेगा गोपाल नाम का एक आदमी है वो एक प्राइवेट कंपनी मै काम है उसकी सैलरी पैकेज मंथली सिर्फ 10,000/ है उसकी घर की हालत बोहत ख़राब थी और घर मै कमाने वाला अकेला है उसका पेमेंट महीने के 10 तारीख को होता है और 12 तारीख को उसके पास कुछ भी नहीं बचता था बेचारा कभी कभी गाड़ी के पैसे नहीं होने के कारण चलकर घर जाता था और उसके बाजु मै एक मजदूरी करने वाला श्याम रहता उसकी पढ़ाई 5 वी तक हुई है और उसकी मंथली सैलरी है 6000/ उसकी घर की हालत भी श्याम जैसे ही है लेकिन भीर भी उसका पूरा महीना आराम से चला जाता और उसके पास 1000/रूपए बचते है अब आप सोच रहे होंगे की ये कैसे हो सकता है गोपाल की सैलरी तो ज्यादा है इसका कारण है प्लानिंग और कितनी इम्पोर्टेन्ट है इससे आपको पता चल जायेगा
स्टोरी मै आगे बढ़ते है तो श्याम की सैलरी कम होने के बावजूद भी वो सेविंग कर पता गोपाल को कुछ समझ मै नहीं आ रहा की क्या करे इसी बाते को लेकर गोपाल मेरे पास आया और मुझे बताने लगा गोपाल को समझने के लिए मैंने अपने नोट बुक मै उसे समझने के लिए कुछ कैलकुलेशन किया श्याम जो की एक मजदूर है कुल सैलरी, 6000उसमें 3000 मै घर का खर्चा करता है उसमें सब आता है जो बेसिक जरूरते है उनको पूरा करता है उसके बाद 1000 मै उसको बच्चे का स्कूल खर्चा पूरा कर लेते है 1000 मै बाकि कुछ सेकेंडरी जरूरतों को पूरा और फिर बच्चे 1000 वो सेविंग्स कर लेता है इसके बजाये गोपाल जो भी पढ़ा हुआ है शादी भी नहीं हुई है पैसे का कोई प्लानिंग नहीं करता और इसके कारण उसका खर्चे पे खोज नियत्रण नहीं रहता अभी आप सोच रहे होंगे की श्याम ka खर्चा कम है इसके कारण वो सेविंग कर pata है तो आपको बताना चाहूंगा की इसी को ही मनी प्लानिंग कहते है
ठीक है इस स्टोरी से. मैंने आपको मनी प्लानिंग कितनी जरुरी है ये बताने की कोशिश की है चाहे आपकी सैलरी कितनी भी काम क्यों na हो उम्मीद है आपको पसंद और समझ मै आये होंगी
अब बाते करते है पैसे के प्लानिंग और कण्ट्रोल का फार्मूला की फार्मूला तो बहुत सिंपल और पॉपुलर है आपके इनकम के हिसाब से आप इसमें से बदल कर सकते है फार्मूला 3 हिस्सों मै बाटा है 50%-30%20%
ऐसा मन लीजिये की आपकी मंथली सैलरी 20000 INR है तो इसके 3 पार्ट करने है
50% यानेकी 10000/ पहले हिस्से मै आपको आपकी बेसिक नीड्स को पूरा करना और जो इसमें निचे वाली सब चीज़े आती है
1) रेंट किराया :अगर आपका मकान किराये पर हो तो मकान का किराया
2) मंथली ग्रॉसरी खाने पिने ka सामान राशन
3) लाइट बिल फ़ोन बिल पानी बिल सब प्रकार के निजी बेहत जरुरी नीड्स कपडे ye सब
4) जॉब पर जाने की लिए गाड़ी का भाड़ा और अन्हा जरूरते ये सब लियर 10000 kharcha कर सकते है और उसके हिसाब से आपको बजट बनाना है
30 % यानेकी ,6000/ इसमें हर व्यक्ति की कुछ ख्वाहिश होती है या फिर लक्सुरिओसे चीजे khardine होती है तो आप इस हिस्से से खरीद सकते है जैसे की कार या फिर उसका हफ्ता ब्रांडेड कपडे ब्रांडेड स्मार्टफोन खरीद सकते है
20% मै 4000 मै आप अपने फीचर प्लान्स के लिए पैसे सेव कर सकते है ya फिर रिटायरमेंट इन्शुरन्स प्लान्स शादी के लिए stocks मै निवेश कर सकते है इससे आपके निवेश बढेगा और इस प्रकार आप पैस का प्लानिंग कर सकते है
ये प्लान आप कैरियर की shuruvati सालो मै अपना सकते है बाद मै आप इस प्लान को चेंज कर सकते shuruvati दिनों आप थोड़ा खर्चा चाहते है लेकिन उसके बाद आप अपनी निजी और चैन के खर्चो को कम करके apna सेविंग्स का हिस्सा बढ़ा सकते है इससे आप अमीर बनाने की पहली सीधी पहला कदम आसानी से पर कई सकेंगे हर एक बाते मै प्लानिंग जरुरी होती है पैसे तो इसमें पहले आते है
तो
जैसे की आप जानते है की महंगाई हर साल इतनी बढ़ रही है की एक हमारी सैलरी चाहे कितनी भी क्यों ना हो काम पडती है मेरे फ्रेंड्स मुझे हर साल यही सुनते है जब मै उनको कहता हु की भाई पार्टी इन्क्रीमेंट हो गया तुम्हारा तो रीप्ले आता है उसके साथ खर्चा भी बढ़ गया है ऐसे मे हमारा खर्चा बढ़ गया ये बाते तो सही है लेकिन हम कही ना कही तो प्लानिंग मै गलती कर रहे है ये बाते भी साबित होती है अगर आपकी सैलरी कम और खर्चा ज्यादा होता है इसलिये ये सिंपल से रूल से सारे प्रॉब्लम छूट जायेंगे
मै आपको एक स्टोरी बतात हु जिससे आपको फार्मूला समझ मै आ जायेगा गोपाल नाम का एक आदमी है वो एक प्राइवेट कंपनी मै काम है उसकी सैलरी पैकेज मंथली सिर्फ 10,000/ है उसकी घर की हालत बोहत ख़राब थी और घर मै कमाने वाला अकेला है उसका पेमेंट महीने के 10 तारीख को होता है और 12 तारीख को उसके पास कुछ भी नहीं बचता था बेचारा कभी कभी गाड़ी के पैसे नहीं होने के कारण चलकर घर जाता था और उसके बाजु मै एक मजदूरी करने वाला श्याम रहता उसकी पढ़ाई 5 वी तक हुई है और उसकी मंथली सैलरी है 6000/ उसकी घर की हालत भी श्याम जैसे ही है लेकिन भीर भी उसका पूरा महीना आराम से चला जाता और उसके पास 1000/रूपए बचते है अब आप सोच रहे होंगे की ये कैसे हो सकता है गोपाल की सैलरी तो ज्यादा है इसका कारण है प्लानिंग और कितनी इम्पोर्टेन्ट है इससे आपको पता चल जायेगा
स्टोरी मै आगे बढ़ते है तो श्याम की सैलरी कम होने के बावजूद भी वो सेविंग कर पता गोपाल को कुछ समझ मै नहीं आ रहा की क्या करे इसी बाते को लेकर गोपाल मेरे पास आया और मुझे बताने लगा गोपाल को समझने के लिए मैंने अपने नोट बुक मै उसे समझने के लिए कुछ कैलकुलेशन किया श्याम जो की एक मजदूर है कुल सैलरी, 6000उसमें 3000 मै घर का खर्चा करता है उसमें सब आता है जो बेसिक जरूरते है उनको पूरा करता है उसके बाद 1000 मै उसको बच्चे का स्कूल खर्चा पूरा कर लेते है 1000 मै बाकि कुछ सेकेंडरी जरूरतों को पूरा और फिर बच्चे 1000 वो सेविंग्स कर लेता है इसके बजाये गोपाल जो भी पढ़ा हुआ है शादी भी नहीं हुई है पैसे का कोई प्लानिंग नहीं करता और इसके कारण उसका खर्चे पे खोज नियत्रण नहीं रहता अभी आप सोच रहे होंगे की श्याम ka खर्चा कम है इसके कारण वो सेविंग कर pata है तो आपको बताना चाहूंगा की इसी को ही मनी प्लानिंग कहते है
ठीक है इस स्टोरी से. मैंने आपको मनी प्लानिंग कितनी जरुरी है ये बताने की कोशिश की है चाहे आपकी सैलरी कितनी भी काम क्यों na हो उम्मीद है आपको पसंद और समझ मै आये होंगी
अब बाते करते है पैसे के प्लानिंग और कण्ट्रोल का फार्मूला की फार्मूला तो बहुत सिंपल और पॉपुलर है आपके इनकम के हिसाब से आप इसमें से बदल कर सकते है फार्मूला 3 हिस्सों मै बाटा है 50%-30%20%
ऐसा मन लीजिये की आपकी मंथली सैलरी 20000 INR है तो इसके 3 पार्ट करने है
50% यानेकी 10000/ पहले हिस्से मै आपको आपकी बेसिक नीड्स को पूरा करना और जो इसमें निचे वाली सब चीज़े आती है
1) रेंट किराया :अगर आपका मकान किराये पर हो तो मकान का किराया
2) मंथली ग्रॉसरी खाने पिने ka सामान राशन
3) लाइट बिल फ़ोन बिल पानी बिल सब प्रकार के निजी बेहत जरुरी नीड्स कपडे ye सब
4) जॉब पर जाने की लिए गाड़ी का भाड़ा और अन्हा जरूरते ये सब लियर 10000 kharcha कर सकते है और उसके हिसाब से आपको बजट बनाना है
30 % यानेकी ,6000/ इसमें हर व्यक्ति की कुछ ख्वाहिश होती है या फिर लक्सुरिओसे चीजे khardine होती है तो आप इस हिस्से से खरीद सकते है जैसे की कार या फिर उसका हफ्ता ब्रांडेड कपडे ब्रांडेड स्मार्टफोन खरीद सकते है
20% मै 4000 मै आप अपने फीचर प्लान्स के लिए पैसे सेव कर सकते है ya फिर रिटायरमेंट इन्शुरन्स प्लान्स शादी के लिए stocks मै निवेश कर सकते है इससे आपके निवेश बढेगा और इस प्रकार आप पैस का प्लानिंग कर सकते है
ये प्लान आप कैरियर की shuruvati सालो मै अपना सकते है बाद मै आप इस प्लान को चेंज कर सकते shuruvati दिनों आप थोड़ा खर्चा चाहते है लेकिन उसके बाद आप अपनी निजी और चैन के खर्चो को कम करके apna सेविंग्स का हिस्सा बढ़ा सकते है इससे आप अमीर बनाने की पहली सीधी पहला कदम आसानी से पर कई सकेंगे हर एक बाते मै प्लानिंग जरुरी होती है पैसे तो इसमें पहले आते है
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