सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) जो की खासतौर पर वरिष्ठा नागरिको के लिए शुरू की गए है। और काफी लोकप्रिय भी है। रिटायरमेंट के बाद सैलरी मिलना बंद हो जाता और पेंशन मिलती है। लेकिन सैलरी के मुकाबले पेंशन क्म पड़ने लगती है और जरूरते भी बढ़ जाती है। ऐसे मे ज्यादा सेविंग की सोचते है इसलिए सरकार ने इस स्कीम को स्थापित किया है। और अगर आप बैंकिंग फ्रॉड की बात आती है तब ये स्कीम सरकारी होने के करण बोहोत सुरक्षित भी है। आपको बस कुछ रकम इस स्कीम मे निवेश करनी है उसके बाद हर ३ साल मे आपको निवेश राशि पर ब्याज मिलता है। और ५ साल बाद आपकी राशि आपको वापिस मिलती है।
बैंक शाखा की लिस्ट जहा पर नियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) खोलने की सुविधा उप्लाभ्दा है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) मे निवेश करने के लिए जरुरी पात्रता :
- इस स्कीम मे निवेश करने के लिए आपको उम्र ६० साल या उससे ज्यादा होनी चाहिए।
- अगर आप आर्मी से रिटायर्ड हो तो ५० साल के उम्र से ही इस स्कीम का लाभ ले सकते है।
- अगर आपने ऐच्छिक सेवनिर्वृति ली है तो भी आप इस स्कीम के साथ खाता खोलकर निवेश कर सकते है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) और साधारण फिक्स्ड डिपाजिट की तुलना
कार्य | SCSS | फिक्स्ड डिपाजिट साधारण |
ब्याज दर | 8.60 प्रतिशत | ६.४५ से ८ प्रतिशत तक |
मचोरिटी समय | 5 साल | ५ साल |
टैक्स लाभ | मिलता है | मिलता है |
मचोरिटी से पहले पैसे निकलना | १ साल बाद १.५ प्रतिशत की पेनल्टी | नहीं निकल सकते |
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) के फायदे :
- आपको हर ३ महीने मे आपके निवेश राशि पर ब्याज दिया जाता है।
- इस स्कीम मे आप सबसे ज्यादा टैक्स बचा सकते है।
- सरकारी स्कीम होने के कारन ये पूरी तरह से सुरक्षित है।
- सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली भारत सरकार योजना
- रिटायरमेंट के बाद भी पेंशन के आलावा एक नियमित इनकम आपको मिलती है
- भारत के किसी भी शहर से आप इस योजना का हिस्सा बन सकते है।
इन फायदेव के आलावा कुछ महत्वपूर्ण बातें है जिन्हे विस्तार से जानना आवश्यक होगा।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) योजना की ६ बड़ी बातें :
१ सबसे ज्यादा ब्याजदर :
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) इस स्कीम मे सबसे ज्यादा ब्याज दर दी जाती है। और हाल की की ब्याजदर लगभग ८.६ प्रतिशत है। जो की किसी भी सरकारी योजना मे सबसे ज्यादा है।
२ ५ साल के बाद निवेश राशि वापिस दी जाती है
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) का खाता ५ साल चलता है और उसके बाद आपकी निवेश राशि आपको वापिस दी जाती है। लेकिन अगर आप इस योजना को आगे बढ़ाना चाहते है तो ३ साल का एक्सटेंशन मिल सकते है.
३ १५ लाख तक निवेश करने की अनुमति
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) योजना मे आप १५ लाख से ज्यादा राशि निवेश नहीं कर सकते है।और कम से कम आप १००० रुपये राशि निवेश करना अनिवार्य है।
४ सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) से TDS कटा जाता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) योजना पर TDS लगता है। ऐसा समझ लीजिये की १ साल मे आपको ४० हजार से ज्यादा ब्याज मिलता है तो आपके ब्याज राशि से TDS काटा जायेगा। इससे बचने के लिए अगर आपकी सालाना आय टैक्सेबल इनकम से कम होनी चाहिए इसके लिए आपको FORM 15H भरना होगा।
५ हर ३ साल मे निवेश राशि पर आपको ब्याज दिया जाता है।
जब आप सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) खता खोलते है उसके बाद हर ३ महीने मे आपको ब्याज दिया जाता है जो की आप निकल सकते है। और खाता खोलते समय ही आपके ब्याज राशि मिलने का दिन आपको बताया जाता है। और इसकी शुरवात वित्तीय वर्षा (यनेकी अप्रैल मे ) के साथ ज्यादातर की जाती है।
६ सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) मे टैक्स पर छूट :
इस योजना मे आपको इनकम टैक्स सेक्शन 80(C) के तहत टैक्स मे छूट मिलती है। लेकिन अगर आपकी ब्याज की आय ५ लाख से ज्यादा है तो आपको टैक्स देना पड़ता है। लेकिन ये बात तो इस योजना मे असंभव है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) मे सयुंक्त(Joint) खता खोल सकते है
आप इस योजना मे जॉइंट खाता खोल सकते है इसमे पहले खातेधारक की उम्र ६० से ज्यादा होना जरुरी है और दूसरे की ५० या उससे कम चल सकती है। इसके आलावा मुख्या खातेधारक के मृत्यु के बाद दूसरा खातधरक राशि निकल सकते है। अगर एक ही खातेधारक है जॉइंट होल्डर नहीं है तो आपको नॉमिनी का नाम देना होगा जिससे मृत्यु पश्चात खाते से राशि निकल सके।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS खाता खोलने की प्रोसेस :
- खाता खोलने की प्रक्रिया पूरी तरह ऑफलाइन है। इसके लिए आपको मान्यता प्राप्त बैंक शाखा मे या फिर पोस्ट ऑफिस मे जाना होगा।
- उसके बाद खाता खोलने का आवेदन फॉर्म भरना होगा आप इस लिंक पर क्लिक करके पोस्ट ऑफिस का आवेदन फॉर्म देख और डाउनलोड कर सकते है।https://www.indiapost.gov.in/VAS/DOP_PDFFiles/form/ApplicationFormForOpeningSCSS.pdf
- अगर आप बैंक के द्वारा आवेदन कर रहे हो तो ये फॉर्म बैंक की अधिकृत वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते है इसके आलावा आपको फॉर्म्स सभी मान्यता प्राप्त शाखा मे भी मिल जायेगा।
- फिर आपको आपको जरुरी दस्तावेज यनेकी आयडी प्रूफ,एड्रेस प्रूफ ,बैंक खाते मे पैसे जमा करने के चेक आवेदन फॉर्म के साथ जोड़ना है।
बैंक शाखा की लिस्ट जहा पर नियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) खोलने की सुविधा उप्लाभ्दा है।
- आंध्र बैंक
- अलहाबाद बैंक
- स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया
- बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र
- बैंक ऑफ़ इंडिया
- बैंक ऑफ़ बड़ोदा
- यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया
- पंजाब नेशनल बैंक
- इंडियन ओवरसीज बैंक
- इंडियन बैंक
- विजय बैंक
- IDBI बैंक
- UCO बैंक
- सिंडिकेट बैंक
- देना बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया
- कनेरा बैंक
- कारपोरेशन बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया
- आईसीआईसीआई बैंक
सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) के बारे मे कुछ और सवाल और उनके जवाब
५ साल की मचोरिटी पूरी होने से निकलने पर क्या होगा ?
- खाता निकलने के बाद आप १ साल के बाद आपके निवेश राशि से कुछ कुछ राशि ५ साल के पहले निकल सकते है। लेकिन इसके लिए आपको पेनल्टी अदा करनी होगी।
- अगर आपके SCSS खाते को २ साल पुरे हो गए है और आप बंद करना चाहते है तो आपको निवेश राशि पर १ प्रतिशत की पेनल्टी देनी होगी।
- अगर २ साल पुरे होने से पहले बंद किया तो १.५ प्रतिशत की पेनल्टी लगेगी।
अगर पोस्ट से बैंक मे SCSS खाते को ट्रांसफर करना है तो कैसे करे ?
आप बैंक से पोस्ट मे या फिर पोस्ट से बैंक मे खाते को ट्रासंफर कर सकते है। इसके आलावा आप शाखा भी बदल सकते है। इसकी लिए आपको FORM G भरना होगा और उसके साथ आपकी पासबुक की कॉपी भी साथ मे जोड़नी होगी। आप निचे की लिंक से SBI का फॉर्म G देख सकते है https://retail.onlinesbi.com/sbi/downloads/SCSS_2004/FORM-G_(TRANSFER%20OF%20A_C).pdf
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