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HDFC लाइफ संचय प्लस बिमा योजना मे 4 प्रकार के विकल्प प्रदान करती है
मुंबई :जैसे जैसे हम बड़े हो जाते है हमारे ऊपर जिम्मेदारियां बढ़ जाती है। सिर्फ जिम्मेदारी ही नहीं हमारे खर्चे भी अक्सर बढ़ जाते है। नौकरी मिलने के बाद आगे का आर्थिक नियोजन करना काफी महत्वपूर्ण होती है अक्सर फाइनेंसियल प्लानिंग मे बचत और जीवन बिमा दोनों को अलग अलग रखना होता कई लोगो को यहाँ पर परेशानी आती है। लेकिन HDFC लाइफ संचय प्लस प्लान के साथ आप आपके परिवार को अनपेक्षित घटनाओ से भी बचा सकते है और उसी समय गारंटीकृत लाभ लेकर एक आगे के जीवन के लिए निश्चित रिटर्न भी कमा सकता है। HDFC लाइफ संचय प्लस एक लाभ रहित नॉन लिंक्ड योजना है जिसमे बचत और बिमा दोनों को शामिल किया गया है।
HDFC लाइफ संचय प्लस बिमा की विशेष बातें :
- इस बिमा योजना मे आपको गारंटी कृत लाभ और एक निश्चित रिटर्न का लाभ मिलता है।
- आप इस रिटर्न को एकमुश्त या फिर नियमित आय के रूप मे ले सकते है।
- आप आजीवन नियमित इनकम का विकल्प चुन सकते है।
- आप 25 से 30 साल के लिए नियमित इनकम विकल्प चुन सकते है जिसमे प्रीमियम पूरा भरने के बाद पालिसी के समय तक नियमित रिटर्न मिलती है।
- अगर आपका वार्षिक प्रीमियम की कुल राशि 1 लाख 50 हजार से ज्यादा होती है तो आपको पालिसी के तहत ज्यादा लाफ दिया जाता है।
- टैक्स एक्ट 1961 के अनुसार आपको प्रीमियम पर टैक्स की छूट मिलती है.
- आप इस पालिसी के प्रीमियम भुगतान के लिए सालाना ,छमाही ,त्रेमासिक ,मासिक,विकल्प पर प्रीमियम भर सकते है।
HDFC लाइफ संचय प्लस के प्लान के विल्कल्प :
HDFC लाइफ संचय प्लस बिमा योजना मे 4 प्रकार के विकल्प प्रदान करती है
- गारंटी प्राप्त मचोरिटी विकल्प।
- गारण्टीप्राप्त आय विकल्प।
- जीवन भर की आय विकल्प
- लम्बी अवधि तक होने वाले आय के विकल्प
1 गारंटी पमचोरिटी का विकल्प :
- इस विकल्प मे आपको मचोरिटी के समय एकमुश्त राशि मे लाभ दिया जाता है।
- इसका मतलब आपको मचोरिटी के समय निश्चित की गयी बिमा राशि दी जाती है।
- इस विकल्प पर बिमा धारक की मृत्यु हो जाने पर बिमा की राशि और इसके अतिरक्त राशि को दिया जाता है।
- बिमा धारक के मृत्यु के बाद लाभ की राशि दिए जान पर पालिसी को समाप्त किया जाता है।
2 गारंटीड इनकम विकल्प :
- इस विकल्प मे आपको 10 से 12 साल के अवधि के लिए गारंटीड इनकम दी जाती है।
- इसके लिए आपको पालिसी के सभी प्रीमियम समय पर भरने होंगे।
- मचोरिटी के बाद नियमित आय प्राप्त करते समय बिमा धारक की मृत्यु हो जान पर भी उसके नॉमिनी को गारंटी इनकम जारी रहेगी।
- अगर पालिसी का मचोरिटी समय पूरा होने के पहले बिमा धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसे बिमा की निश्चित राशि मृत्यु लाभ पर मुश्त दी जाती है।
3 जीवन भर की इनकम विकल्प :
- इस विकल्प मे मचोरिटी के बाद आपको प्रीमियम की भरी हुई कुल राशि 99 साल तक गारंटीड इनकम के तौर पर दी जाती है।
- यहाँ पर भी मचोरिटी के बाद बिमा धारक के मृत्यु के बाद भी गारंटीड राशि उसके नॉमिनी को दी जाती है।
- अगर मचोरोटी के पहले बिमा धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ की बीमांकित राशि दी जाती है।
4 लम्बी अवधि के आय के विकल्प :
- इस विकल्प मे आपको मचोरिटी के बाद 25 से 30 साल के लिए गारंटीड इनकम दी जाती है जो की आपके कुल भरे हुए प्रीमियम के बराबर होती है।
- यहाँ पर भी मचोरिटी के बाद बिमा धारक के मृत्यु के बाद भी गारंटीड राशि उसके नॉमिनी को दी जाती है।
- अगर मचोरोटी के पहले बिमा धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके नॉमिनी को मृत्यु लाभ की बीमांकित राशि दी जाती है।
HDFC लाइफ संचय प्लस लेने के लिए जरुरी पात्रता :
- इस बिमा योजना मे उम्र की योग्य पालिसी के विकल्प के अनुसार बदलती है हलाकि कम से कम जरुरी उम्र 18 साल है वही ज्यादा से ज्यादा 80 साल उम्र के लोग पालिसी ले सकते है।
- 5 साल के उम्र वाले बच्चो पर पालिसी ली जा सकती है लेकिन मचोरिटी के बाद का लाभ 18 साल बाद ही मिल सकता है।
- पालिसी लेने के लिए कम से कम मासिक प्रीमियम 2500 रूपए तक का है। वही अधिकतक कितनी भी राशि निवेश की जा सकती यही। ,
- इस पालिसी मे आपको क्रिटिकल इलनेस,एक्सीडेंटल डिसेबिलिटी राइडर जैसे राइडर विकल्प मिलते है।
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