जब आप आपके क्रेडिट या फिर डेबिट कार्ड को ऑनलाइन चीज को खरीदने के लिए इस्तेमाल करते है तब आपको आपका कार्ड नंबर कार्ड की आखिरी तिथि आपका नाम और CVV दर्ज करने को कहा जाता है अगर आप इसमे से किसी भी जानकारी को गलत भरते हो तो आपका ट्रांजेक्शन पूरा नहीं होता है। CVV आपके कार्ड के पीछे लिखा होता है जो की काफी महत्वपूर्ण होता है।
क्या होता है CVV ?(What Is CVV)
- कार्ड CVV का मतलब होता है कार्ड वेरिफिकेशन कोड इसे कार्ड सिक्योरिटी कोड भी कहा जाता है।
- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के समय यह 3 डिजिट का कोड दर्ज करना पड़ता है।
- यह कोड आपके क्रेडिट कार्ड के पिछले हीसे मे लिखा होता है।
- इस CVV कोड का मुख्या हेतु आपके बैंक खाते से जुड़े जानकारी को सुरक्षित रखना है।
- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय यह कोड अतरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
CVV और कार्ड पिन :(Diffrence Between Card PIN And CVV)
- आपको बता दे की CVV और कार्ड पिन काफी अलग होते है।
- CVV जो की बैंक की तरफ से दिया जाता है उसी समय पिन खुद कार्ड धारक को बनानां होता है।
- जबकि कार्ड पिन 4 डिजिट का होता है और CVV 3 डिजिट का
- CVV का इस्तेमाल आपको सिर्फ ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के समय करना होता है लेकिन PIN को आपको हर समय इस्तेमाल करना होता है।
CVV कोड रखने का मुख्य उद्देश्य :(Bank Purpose Behind CVV)
- क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय कार्ड धारक के पहचान वेरिफिकेशन के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
- बैंक की तरफ से CVV डाटा की सिस्टम प्रणाली बनाई गयी है जिसमे जहा पर CVV वेरिफिकेशन किया जाता है।
- इससे फ्रॉड या फिर कार्ड के गलत इस्तेमाल से बचा जा सकते है।
- जैसे अगर कोई आदमी आपके कार्ड की पूरी जानकारी सही दाल देता है लेकिन CVV अलग तो ट्रेन्जेशन पूरा नहीं हो सकता है।
CVV कोड बनाने की प्रोसेस :(How They Genrate CVV Code)
- CVV कोड के लिए ग्राहक को कुछ करने के जरुरत नहीं पड़ती है यह कोड बैंक की तरफ से पहली ही कार्ड पर लगाया जाता है।
- CVV कोड एक साधारण सा 3 डिजिट नंबर होता है लेकिन नंबर मे आपके कार्ड का नंबर ,कार्ड की समाप्ति तिथि ,आपका यूनिक कोड ,और सर्विस कोड की जानकारी फिट की जाती है जिसे वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
कितना सुरक्षित होता है CVV और क्रेडिट कार्ड :(How Safe Is CVV)
- इस समय के दौर मे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए लोग क्रेडिट अउ डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते है।
- जब आप किसी पोर्टल पर आपका कार्ड इस्तेमाल करते है तब सिर्फ आपकी और कार्ड की जानकारी उस पोर्टल पर जाती है आपका CVV कोड नहीं।
- ऐसे समय ऑनलाइन फ्रॉड के लिए उन लोगो के पास आपके कार्ड की जानकारी होती है लेकिन CVV ना होने के कारन वो फ्रॉड को अंजाम नहीं दे सकते है।
- CVV की जानकारी सिर्फ कार्ड मालक और वेरिफिकेशन के लिए बैंक के पास मौजूद डाटा बेस मे होती है जिससे कार्ड पूरी तरह से सुरक्षित रहता है।
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