प्रॉपर्टी लोन मतलब ऐसी प्रॉपर्टी जो आपकी खुद के नाम पर हो जरुरत के समय उसे गिरवी रखकर लोन लिया जा सकता है। तुरंत पैसो की कमी पूरी करने के लिए आप आपके प्रॉपर्टी को बेच सकते है लेकिन अगर आप प्रॉपर्टी नहीं बेचना चाहते तो उसपर लोन लेना सही विकल्प है। आपतकालीन समय प्रॉपर्टी लोन एक सबसे बढ़िया विकल्प माना जा सकता है। सुरक्षित लोन होने के कारन लोन भी आसानी से मिल जाता है।
प्रॉपर्टी लोन क्या है ?(What Is Loan Againest Property)
- प्रॉपर्टी लोन का सीधा मतलब प्रॉपर्टी पर लोन लेना है।
- आप आपके नाम पर होने वाली कोई भी प्रॉपर्टी को गिरवी रख सकते है जैसे कमर्शियल बिल्डिंग ,प्लाट खुद के नाम पर होने वाली जमीं।
- प्रॉपर्टी लोन एक सुरक्षित लोन विकल्प है जिसे बैंक तुरंत अप्प्रोव करती है और इस लोन राशि का इस्तेमाल लोन धारक कहि पर भी कर सकता है।
- ऐसे समय प्रॉपर्टी बेचने की जरुरत नहीं पड़ती लोन की राशि वापिस करने पर आप आपके प्रॉपर्टी को वापिस पा सकते है।
प्रॉपर्टी पर लोन लेने के लिए संभावित कारन :(Reasons To Take Loan Againest Property)
- अपने बच्चो की विदेश शिक्षा या फिर शादी के लिए कोई भी आदमी प्रॉपर्टी लोन के लिए आवेदन कर सकता है।
- इसी समय कारोबारी अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए प्रॉपर्टी गिरवी रखकर लोन प्राप्त कर सकता है।
- बड़ी मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए भी आप प्रॉपर्टी पर लोन ले सकते है /
प्रॉपर्टी लोन के फायदे :(Property Loan Benifits)
- आसान और जल्द एप्लीकेशन प्रोसेस के तहत प्रॉपर्टी लोन के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- पर्सनल लोन से कम और आकर्षक ब्याजदर
- कम से कम दस्तावेज मे लोन मिल जाता है।
- प्रॉपर्टी पर लोन लेने पर प्रॉपर्टी खुद के ही नाम पर रहती है।
- अपने प्रॉपर्टी के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल संभव होता है।
- पर्सनल लोन से काफी ज्यादा लोन की राशि।
- लोन राशि को मनचाहे तरीके से इस्तेमाल करने का स्वतन्त्र
प्रॉपर्टी के प्रकार जिन पर लिया जा सकता है लोन :(Types Of Property Loan)
- खुद के नाम पर होने वाली रिहायसी पॉपर्टी
- खुद के नाम पर होने वाली जमीन
- खुद के नाम पर होने वाली व्यब्वसायिक प्रॉपर्टी
- भाड़े पर दी गयी खुद के नाम पर होने वाली रिहायसी या फिर कमर्शियल प्रॉपर्टी।
प्रॉपर्टी लोन लेने के लिए पात्रता :(Eligiblity For Property Loan)
- कोई भी भारतीय नागरिक प्रॉपर्टी पर लोन ले सकता है जो इस समय हर महीने अच्छी सैलरी ले रहा हो।
- जो अच्छे कंपनी मे या फिर सरकारी सर्विस मे परमेनन्ट काम कर रहा हो।
- हलाकि लोन पास करने के लिए उसकी उम्र कम से कम 24 साल होना जरुरी है।
- खुद का कारोबार होने वाले भारतीय नागरिक भी कम से कम 24 साल की उम्र पूरी होने पर लोन ले सकता है जो अपने कारोबार का ITR फाइल करता हो।
- इसके आलावा डॉक्टर वकील इंजीनियर जैसे पेशेवर व्यवसायिक भी प्रॉपर्टी लोन के लिए जरुरी दस्तावेज के साथ आवेदन कर सकते है।
प्रॉपर्टी लोन लेने के लिए जरूरी दस्तावेज :(Documents For Property Loan)
- आप प्रॉपर्टी लोन बैंक या फिर NBFC के जरिये ले सकते है इन दोनों जगह पर जरुरी दस्तावेज की सूचि अलग हो सकती है।
- इसमे आपको सबसे पहले आय डी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ दस्तावेज की जरुरत पड़ेगी जिसेक लिए आधार और पैन कार्ड दिया जा सकता है।
- सैलरी कर्मचारी के लिए आखिरी 3 महीने की सैलरी स्लिप और फॉर्म 16 देना होगा।
- कारोबारी के लिए उसका बैंक स्टेटमेंट ,आयकर रिटर्न ,देना होगा।
- आखिर मे सबसे जरुरी जसि प्रॉपर्टी पर आप लोन ले रहे है उस प्रॉपर्टी खुद के नाम पर होने के दस्तावेज।
प्रॉपर्टी लोन टैक्स लाभ :(Tax Benifit)
- प्रॉपर्टी लोन पर किसी भी प्रकार का टैक्स लाभ नहीं मिलता है
- आपको आपकी लोन की राशि भुगतान करने पर टैक्स लाभ का प्रयोजन नहीं है।
प्रॉपर्टी लोन पर मिलने वाली लोन राशि :(Probale Loan Amount)
- प्रॉपर्टी लोन पर मिलने वाली राशि अलग अलग बातो को ध्यान मे रखकर दी जाती है जिसमे हर एक बैंक की स्कीम अलग होती है।
- प्रॉपर्टी लोन पर मिलने वाली लोन की राशि आपके प्रोपेरी के कुल बाजार कीमत के 60 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकती है।
- बैंक आपको 5 से 15 करोड़ तक का लोन आपके प्रॉपर्टी के आधार पर दे सकती है।
- लोन को देने के पहले आपके प्रॉपर्टी की कीमत को आकलन किया जाता है।
- इसी समय आपके लोन भुगतान की क्षमता को भी देखा जायेगा।
कैसे तय की जाती है लोन राशि ?(How Loan Amount Decide)
- लोन एप्लीकेशन सब्मिट करने के बाद आपके प्रॉपर्टी दस्तवेज पुरे है या नहीं जांचा जाता है।
- प्रॉपर्टी पर दिए जाने वाले लोन पर बैंक आपके प्रॉपर्टी के वैल्यू को चेक करती है।
- आपके आय डी और एड्रेस प्रूफ को जांचा जाता है जिसमे तय उम्र सिमा को भी देखा जाता है।
- सैलरी धारक की सैलरी और कारोबारी की महीने की इनकम को देखा जाता है।
- इसके बाद आपके नाम पर होने वाले लोन और CIBIL स्कोर को देखा जाता है।
- इन सभी के आधार पर लोन की राशि तय की जाती है।
प्रॉपर्टी लोन की ब्याजदर :(Loan Intrest Rates)
- प्रॉपर्टी लोन की ब्याजदर आप लोन लेते समय बैंक की तरफ से जान सकते है।
- यह ब्याजदर हर समय बदलती रहती है जिसे Floating Rate कहा जाता है इसमे लोन के वापिस करने के समय मे ब्याजदर बदलती है।
- लोन का ब्याजदर आपके लोन की राशि और वापिस करने के समय कम ज्यादा हो सकता है।
क्या लेना चाहिए प्रॉपर्टी पर लोन :(Should You Take)
- प्रॉपर्टी लोन लेने के बाद आपकी प्रॉपर्टी बैंक के पास गिरवी रहती है जिसे लोन चुकाने के बाद ही आपको वापिस किया जाता है।
- अगर आप लोन वापिस नहीं कर पाते है तो बैंक आपके प्रॉपर्टी को बेच कर लोन की राशि वसूलेगी जिससे आपको ज्यादा नुकसान हो सकता है।
- प्रॉपर्टी लोन लेने के बाद आपको हर महीने EMI राशि चुकानि होती है जिसके लिए आप कितने सक्षम है ये सबसे पहले देखना चाहिए।
- इन सब बातो के बावजूद लोन ही आखिरी विकल्प है तो आपको कम ब्याजदर पर लोन देने वाले बैंक NBFC को चुनना चाहिए।
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