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Portofolio Management पोर्टफोलिओ प्रबंधन सेवा क्या है और इसके फायदे यहाँ जाने पूरी जानकारी

Portofolio Management सेवा के जरिये निवेशकको के निवेश को अनुभवी लोगो के जरिये मैनेज किया जाता है । शेयर बाजार निवेश  मे करने वाले   बड़े निवेशक जो खुद के निवेश को मैनेज करने के लिए टाइम नहीं निकाल पाते है  ऐसे निवेशक पोर्टफोलिओ पीएमएस सेवा  के जरिये अपने निवेश होल्डिंग को मैनेज करते है। शेयर बाजार इक्विटी निवेश डेब्ट फण्ड   जैसे निवेश को इस सेवा के  जरिये  मैनेज किये जाते है।  यह सेवा म्यूच्यूअल फण्ड से काफी अलग है इसलिए सबसे पहले इसे समझना काफी जरुरी है। 
                  

    पोर्टफोलिओ  मैनेजमेंट क्या है ?(What Is Portofolio Managament)

    • पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट आपके निवेश को अनुभवी लोगो के जरिये प्रबंधन  करने की सेवा है। 
    • इस सेवा मे निवेश किये गए सभी शेयर और अन्य निवेश आपके डीमैट खाते पर आपके नाम पर ही होता है। 
    • सिर्फ इस निवेश पर ध्यान देने का और जरुरत के समय सलाह देने का काम इस सेवा के जरिये अनुभवी टीम करती है। 
    • इस तरह से निवेश मैनेज करने पर पोर्टफोलिओ से अच्छी रिटर्न प्राप्त करने और नुकसान से बचने के निर्णय काफी तुरंत लिए जाते है। 
    • इस सेवा के बदले मे पीएमएस सर्विस आपके रिटर्न और निवेश के अनुसार कुछ शुल्क लगाती है। 
    • ज्यादा इनकम होने वाले व्यावसयिक जो अपने निवेश पर ध्यान नहीं दे सकते है ऐसे निवेशकको के लिए सबसे बढ़िया विकल्प है। 

    कैसे काम करती है पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा :(How PMS Works)

    • शेयर बाजार मे मुख्या तौर पर इक्विटी निवेश करने वाले बड़े निवेशक जो की ज्यादा रिस्क पर अच्छी रिटर्न कामना चाहते है। 
    • ऐसे निवेशक खुद का पोर्टफोलिओ खुद मैनेज करते है लेकिन सभी निवेशक इतने एक्सपर्ट नहीं होते है जो की सही निर्णय ले सके। 
    • इसके आलावा कुछ निवेशक निवेश करते है लेकिन अपने पेशे से टाइम नहीं निकल पाते है ऐसे निवेशक पीएमएस की सेवा को चुनते है। 
    • पीएमएस सेवा के लिए डीमैट ट्रेडिंग और बैंक खाता होना जरुरी होता है आपको पीएमएस के जरिये यह खाते फिर से खोलने पड़ सकते है। 
    • पीएमएस सेवा को शुरू करने के लिए आपको एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करना होता है जिसमे आपको फण्ड मैनेजर को निवेश का स्वतन्त्र निवेश  के लिए अपने जाने वाली रणनीति ऐसी सारी जानकारी होती है। 
    • पीएमएस सेवा को चुनने के बाद पीएमएस सेवा देने वाली कंपनी आपके लिए अलग से फण्ड मैनेजर की नियुक्ति करती है जो आपके निवेश पोर्टफोलिओ को मैनेज करेगी। 
    • यहाँ पर आप फण्ड मैनेजर को आपके होल्डिंग मे शेयर बेचने और खरीद का विकल्प दे सकते है या फिर सिर्फ सलाह ये आपके ऊपर निर्भर करता है। 
    • इस सेवा को देने के लिए पीएमएस कंपनी के जरिये पहले से तय शुल्क लिया जाता है या फिर वही शुल्क आपके रिटर्न के अनुसार भी हो सकता है। 
    • फण्ड मैनेजर आपके निवेश के बड़े निर्णय के बारे मे और हर महीने की रिपोर्ट आपको देता है। 

    पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा के प्रकार :(Portofolio Management Service Types)


     पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट करते समय आप आपके फण्ड मैनेजर को पूर्ण या फिर सिर्फ सलाह के तौर पर विकल्प दे सकते है। 

    1 डिस्क्रिशनरी पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा :(Discretionary PMS Service)
    • इस प्रकार के पीएमएस सेवा मे फण्ड मैनेजर आपके और से निवेश  के बारे मे निर्णय ले सकता है। 
    • इस प्रकार मे फण्ड मैनेजर उसके अनुभव के अनुसार खरीद या बिक्री  का निर्णय ले सकता है। 
    • ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट के लिए आपके होल्डिंग को मैनेज करने वाले को 100 फीसदी अधिकार दिए जाते है। 
    • ऐसे मे ये जरुरी नहीं रहता की पीएमएस सेवादाता आपसे संपर्क करे। 
    2 नॉन डिस्क्रिशनरी  पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा :(Non-Discretionary PMS Service)
    • इस विकल्प मे आपका निवेश मैनेजर आपको आपके रिस्क प्रोफाइल के अनुसार निवेश के विकल्प के बारे मे जानकारी देता है। 
    • इसके बाद आप अगर इस निवेश विकल्प  से सहमत है तो निवेश के लिए अप्प्रोबल दे सकते है नहीं तो रिजेक्ट कर सकते है। 
    •  आपके और  से हां होने के बाद पीएमएस फण्ड मैनेजर निवेश प्रोसेस को पूरा कर देते है। 
    3 सिर्फ सलाह सेवा :(Advisory)
    • इस प्रकार मे आपका होल्डिंग मैनेजर आपको सिर्फ निवेश के विकल्प के बारे मे जानकारी और सलाह देता है। 
    • इसके बाद इसमे निवेश करने है या नहीं ये आपके ऊपर निर्भर करता है निवेश भी आपको ही खुद पूरा करना पड़ता है। 

    पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा के फायदे  :(PMS Service Benifits)

    • पीएमएस के जरिये लम्बे समय मे आपके होल्डिंग को मैनेज करके अच्छी रिटर्न का विकल्प देता है। 
    • पीएमएस के जरिये आपके निवेश होल्डिंग को एक्सपर्ट के जरिये मैनेज किया जाता है और समय पर जरुरी निर्णय लिए जाते है। 
    • पीएमएस फण्ड मैनेजर आपके निवेश होल्डिंग मे विविधता लाने के लिए रन्तीति के तहत अलग अलग एसेट क्लास मे निवेश करते है। 
    • आप पीएमएस सेवा के जरिये आपकी रिस्क क्षमता और निवेश लक्ष की जानकारी देकर उसी तरह का निवेश रिटर्न प्राप्त कर सकते है। 
    • जरुरत के समय निकासी विकल्प के लिए फण्ड मैनेजर लिक्विड विकल्पों मे भी निवेश करते है। 
    • पीएमएस के जरिये टैक्स प्लानिंग करके भी निवेश को अच्छी तरह से कण्ट्रोल किया जाता है। 

     पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा के नुकसान :(Disadvantages Of PMS Services)

    • पीएमएस सेवा के लिए सालाना मैनेजमेंट शुल्क और निवेश को  सेटअप करने का शुल्क काफी ज्यादा है जिससे रिटर्न कम होती है। 
    • पीएमएस सेवा के जरिये अगर आपको प्रॉफिट होता है तो उसका शेयर उनको देना होता है हलाकि नुकसान होने पर आपको ही उठाना पड़ता है। 
    • SEBI के नियमो के मुताबिक पीएमएस सेवा के  जरिये निवेश मैनेज करने के  लिए आपका कुल निवेश 50 लाख या उससे ज्यादा होना चाहिए। 
    • इसके कारन छोटे निवेशक इस विकल्प का लाभ लेकर निवेश नहीं कर सकते। 
    • आप आपके पुराने डीमैट और ट्रेडिंग खाते को पीएमएस से नहीं जोड़ सकते है इसके लिए आपको अलग से न्य डीमैट ट्रेडिंग और बैंक खाता खोलना पड़ेगा। 

    पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा और म्यूच्यूअल फण्ड :(PMS Service Vs Mutual Fund Investment)

    • म्यूच्यूअल फण्ड और पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा मे काफी अंतर है। 
    • म्यूच्यूअल फण्ड निवेश मे एक स्कीम के तहत निवेशकको से फण्ड प्राप्त किया जाता है और फिर उसे एक साथ निवेश किया जाता है इसमे निवेशक को यूनिट के तौर पर हिस्सा मिलता है। 
    • जब की पीएमएस मे अलग अलग क्लाइंट का खुद का निवेश होल्डिंग और डीमैट खाता होता है जिसे अलग अलग मैनेज किया जाता है। 
    •  म्यूच्यूअल फण्ड मे छोटे और शेयर  बाजार की जानकारी नहीं होने वाले निवेशक निवेश करते है। 
    • इसी समय पीएमएस सेवा मे बड़े बड़े ट्रेडर से लेकर हाई इनकम होने वाले नवेशक सेवा का लाभ लेते है। 

    पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा देने वाली 7 कम्पनिया :(Top 7 PMS Service Companies)


    पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा  देने वाली कम्पनिया निवेशक के जरुरत के अनुसार और एक रणनीति के तहत बेहतर रिटर्न की सेवा देती है। अगर पीएमएस सेवाओ के जरिये निवेश करना चाहते है तो एक एक अच्छे और विश्वासु पीएमएस सेवा को चुनना आपके फण्ड की सुरक्षा के लिए जरुरी है। 
    1. कोटक पीएमएस सर्विसेज 
    2. अल्केमी पीएमएस 
    3. मोतीलाल ओसवाल पीएमएस 
    4. एंजेल ब्रोकिंग पीएमएस 
    5. आईसीआईसीआई पीएमएस 
    6. आस्क पीएमएस 
    7. बिरला सन लाइफ पीएमएस 

    पोर्टफोलिओ मैनेजमेंट सेवा का शुल्क :((Portofolio Management Service Charges)

    • बाकि निवेश विकल्पों के मुकाबले पीएमएस सेवाओ का शुल्क काफी ज्यादा है हलाकि आपके निवेश लक्ष रिस्क प्रोफाइल और पीएमएस प्रकार के अनुसार यह चार्जेज कम ज्यादा हो सकते है। 
    • इसमे सबसे पहले entry Load शुल्क होता है जो जब पीएमएस सेवा को चुनकर निवेश शुरू करते है तब लिया जाता है। 
    • यह Entry Load शुल्क आपके निवेश के 3 फीसदी होता है हलाकि हर एक पीएमएस कंपनी मे इसमे बदलब हो सकते है। 
    • इसके बाद पीएमएस सेवा के जरिये आपके पोर्टफोलिओ को मैनेज करने के लिए फण्ड मैनेजर चुना जाता है। 
    • फण्ड को मैनेजर करते समय नए निवेश का ब्रोकरेज शुल्क, डीमैट खाता खोलने का शुल्क ,खाते  का ऑडिट शुल्क भी अलग से देना पड़ता है। 
    • इसके लिए कंपनी के तरफ से मैनेजमेंट शुल्क लिया  जाता है.
    • ये सब चार्जेज के आलावा आपके अग्रीमेंट मे आपने कुछ अलग विकल्प चुने है तो उसके चार्जेज आपको देने पड़ते है। 
    • इन सब चार्जेज की जानकारी आपके अग्रीमेंट मे निवेश सेट अप करते समय ही आपको दी जाती है। 

    पीएमएस  सेवाएं अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :(Portofolio Management Service FAQ)


    1 क्या पीएमएस सेवा एक अच्छी रिटर्न दे सकती है ?Portofolio Management Service Good For Greater Retrurn)
    • पीएमएस के जरिये आपके निवेश को एक्सपर्ट मैनेज करती है जिनके पास अनुभव और ज्ञान  होता है। 
    • पीएमएस सेवा के जरिये जरुरु अच्छा रिटर्न प्राप्त  किया जा सकता है। 
    • लेकिन रिटर्न की प्रतिशत निवेशक के रिस्क लेने की क्षमता ,पीएमएस फण्ड मैनेजर का अनुभव पर निर्भर करती है। 
     2 पीएमएस के जरिये निवेश पर टैक्स कैसे कटा  जाता है ?(How Much Is Tax Deducted In PMS)
    • पीएमएस सेवा के जरिये निवेश किये  राशि पर मिलने वाले प्रॉफिट के ऊपर कैपिटल गेन के तहत ही टैक्स लगता है। 
    • साधारण नियमो के अनुसार होल्डिंग के 1 साल पहले प्रॉफिट पर शार्ट टर्म कैपिटल गेन और 1 साल से ज्यादा पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है। 
    • मतलब शार्ट टर्म पर 15 फीसदी और लॉन्ग टर्म पर 10 फीसदी टैक्स लगता है। 

    पीएमएस सेवा क्या करना चाहिए निवेश ?(Should You Invet?)

    • सबसे बड़ी बात पीएमएस सेवा के लिए 50 लाख से ऊपर का निवेश जरुरी है जो  सिर्फ बड़े निवेशक कर सकते है। 
    • छोटे निवेशकक इस सेवा का लाभ चाहकर भी नहीं उठा सकते। 
    • लेकिन बड़े निवेशक जो अपने निवेश को समय ना मिलने के कारन या फिर एक्सपर्ट ना होने के कारन कम रिटर्न प्राप्त कर रहे है ऐसे निवेशकको को  पीएमएस सेवा अच्छी साबित हो सकती है। 
    • इसे बड़े निवेशक की रिस्क कम हो जाती है और सही समय पर एक्सपर्ट के जरिये निर्णय लिया जा सकता है। 
    • पीएमएस सेवा लेते समय कंपनी और निवेशक  के बिच एग्रीमेंट पर हस्ताक्ष्रर होते है जिससे जोखिम कम होती है। 
    • पीएमएस सेवाएं निवेशक क्लाइंट को डैशबोर्ड का यूजर नेम और पासवर्ड देते है जिसके जरिये कभी भी निवेश होल्डिंग को ट्रैक करके नजर रक्खी जा सकती है। 

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